धरमजयगढ़ कॉलोनी के लोगों ने जमीन विवाद को लेकर एसडीएम से की शिकायत, पटवारी के प्रति लोगों में भारी आक्रोश

धरमजयगढ़ कॉलोनी से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है यहां जमीन विवाद को लेकर मोहल्लेवासियों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। जिसकी शिकायत लेकर आज कई लोंग धरमजयगढ़ एसडीएम को शिकायत करने पहुंचे है।
लोगों का कहना हैं की वह पिछले 50 सालों से से जिस शासकीय भूमि पर निवास कर रहें थे वह भूमि की फर्जी तरीके से खरीदी बिक्री की जा चुकी है जिसपर बार बार मोहल्ले के कुछ लोंग फर्जी खरीदी बिक्री करने वालों के पक्ष में आकर उन्हें कहते हैं की यह जमीन उनका है और इसकी खरीदी बिक्री हो चुका है जिसे लेकर मोहल्लेवासियों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। वही आज मामला तब गरमाया ज़ब धरमजयगढ़ के पूर्व में प्रभार में रहें पटवारी बालमुकुंद सारथी और उनके साथ कुछ लोंग उसी भूमि के पास पहुंचे जिसके लेकर फिर मोहल्लेवासी नाराज हो गए।
लोगों का कहना है की पटवारी और उनके साथ मौजूद लोंगों ने बिना किसी को जानकारी दिया उक्त भूमि के पास आए और बिना मोहल्ले वालों की सहमति के अपने कुछ लोगों के साथ मिल पंचनामा में दस्तख्त करवाकर चले गए वही ज़ब महिलाओं ने पुछा की किस मामले में लिख रहें है तब उन्होंने कहा की ज़ब नोटिस आएगा तब देख लेना जिससे आक्रोषित होकर लोंग धरमजयगढ़ एसडीएम धनराज मरकाम के पास पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई साथ ही मामले की जांच करने को कहा।
*उक्त मामले के पूर्व में शिकायत पर एसडीएम के आदेश के बाद भी कर्मचारी नहीं कर रहें प्रकरण दर्ज*
उक्त भूमि के खरीदी बिक्री से सम्बंधित लगभग 15 दिनों पूर्व में भी धरमजयगढ़ एसडीएम को लिखित शिकायत की गई है जिसपर एसडीएम ने तत्काल कार्यवाही का आदेश देते हुए अपने कर्मचारियों को मामले का प्रकरण दर्ज करने को कहा पर 15 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग के कर्मचारी द्वारा प्रकरण दर्ज नहीं किया जा रहा ज़ब भी प्रकरण के सम्बन्ध में जानकारी मांगी जाती है तब कर्मचारी द्वारा कहा जाता है की अभी सुशासन तिहार की फाइल पर कार्य कर रहें है 1-2 दिन में प्रकरण बनाया जाएगा। अब सोचने की बात यह है कि अगर महीनों तक सुशासन तिहार का ही मामला निपटारा नहीं हो सकेगा तब क्या उक्त मामलें में प्रकरण महीनों बाद दर्ज होगा। यही कर्मचारियों के ढीले रवैये के कारण ही सभी जगहों पर मामले लंबित होते जा रहें है और मामलों का अम्बार लगता जा रहा है।