धनबादा कंपनी ने सरपंच पति के खिलाफ थाने में की शिकायत, सरपंच पति और गांव के लोगों पर धमकाने का लगाया आरोप

धरमजयगढ़ के ग्राम पंचायत चिड़ोडीह के आश्रित ग्राम भालूपखना लघु विद्युत् परियोजना के अंतर्गत नदियों से बिजली उत्पादन और उसका उपयोग क्षेत्र में ही करने के लिए सरकार द्वारा प्रोजेक्ट लगाया गया है जिसके लगभग 60 % कार्य पूर्ण हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के निर्माण होने से धरमजयगढ़ में विद्युत की समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी और यहां की बिजली यही पर इस्तेमाल की जाएगी पर जबसे इस प्रोजेक्ट का कार्य शुरू हुआ है तबसे यह कार्य विवादों में रहा है कभी यह भूमि के विवादों में रहा तो कभी कर्मचारियों के सुविधाओं के मामलों में विवादित रहा पर अब यह प्रोजेक्ट एक नए विवाद में घिरता दिखाई पड़ रहा है। मामला इतना आगे बढ़ गया है की कंपनी को सरपंच पति के खिलाफ थाने में शिकायत करने की नौबत आ गई। मिली जानकारी के अनुसार सरकार की यह महत्वकानछी योजना के कार्य में कुछ लोंग बार-बार बाधा उत्पन्न कर रहे हैं और समय समय पर कंपनी से डिमांड कर रहे हैं जिसके कारण कंपनी की कार्यगति प्रभावित हो रही है
*क्या है मामला..?*
3 मार्च 2025 को थाना धरमजयगढ़ में धनबादा कंपनी ने शिकायत किया की उनकी प्रोजेक्ट कार्य में गांव के लोंग बाधा उत्पन्न कर रहे है और प्रशासन से कार्यवाही की मांग की। आवेदन में लिखा गया की भालूपाखना में चल रही 7.5 मेगावाट की लघु जल विद्युत परियोजना जो वर्तमान में 60% पूर्ण हो चुकी है। हमारे काम के दौरान, 28 मार्च 2025 को, मुरली साहू और नवनिर्वाचित सरपंच, खेमसागर के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने हमारी टीम को बार-बार धमकाया। जब मैंने उनकी मांग के अनुसार अपनी गतिविधियों को रोकने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने मुझे शारीरिक हिंसा की धमकी दी। उनकी शिकायतों के बारे में पूछताछ करने पर, उन्होंने दो अतिरिक्त सुपर पैसेज के निर्माण और पुल के पास बोरवेल में एक टुलु पंप की स्थापना पर जोर दिया। हालाँकि हम उनकी माँगों को पूरा करने के लिए सहमत हो गए, लेकिन उन्होंने अपनी विध्वंसकारी हरकतें जारी रखीं। उन्होंने जबरन हमारे निर्माण स्थल में प्रवेश किया, हमारे कर्मचारियों और श्रमिकों को धमकाया और सभी गतिविधियों को रोक दिया। आज, तहसीलदार और पटवारी ने साइट का दौरा किया, एक जाँच की और हमें काम फिर से शुरू करने का निर्देश दिया। हालाँकि, इसके तुरंत बाद, मुझे मुरली साहू का फ़ोन आया, जिसने मुझे अपनी गतिविधियों को जारी रखने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। स्थिति अब इस हद तक बढ़ गई है कि हम, हमारे कर्मचारियों और श्रमिकों के साथ, असुरक्षित महसूस करते हैं
*क्या कहते हैं नायब तहसीलदार*
ज़ब इस सम्बन्ध में नायब तहसीलदार उज्जवल पाण्डेय से बात की गई तब उन्होंने बताया की वो जांच करने भालूपखना विद्युत प्रोजेक्ट गए थे और ज़ब उन्हें इस समस्या के बारे में पता चला तब उन्होंने कंपनी के लोगों से कहा की गांव वालों की मांग अगर जायज है और मांग गांव के विकास में योगदान देता है तब गांव के विकास को देखते हुए गांव वालों की मांग पूरा करें और साथ ही उन्होंने सरपंच पति को कानून व्यवस्था संभालने को कहा क्युकी सरपंच का कर्तव्य है गांव में कानून व्यवस्था का पालन करें।
*जांच में ही मामला आएगा सामने*
अब दोनों पक्षो के शिकायत थाना में पहुंच चुका है वही दोनों पक्ष एक दूसरे पर इल्जाम लगा रहे हैं अब जांच में ही मामला सामने आ सकेगा की सच्चाई क्या है