
जुआ एक ऐसा खेल है जिसमें जीतने के लिए अक्ल और मेहनत की कम और भाग्य की ज्यादा जरूरत होती है। कानून के लिहाज से बात की जाए तो सार्वजनिक तौर पर जुआ खेलना एक तरह से अपराध माना जाता है। जुआ समाज के लोगों पर गहरा असर डाल रहा है। क्षेत्र में जुआ का जाल ऐसे फ़ैल रहा की मानो लोंग बर्बाद होने के कगार पर पहुंच चुके है। जुए की लत लग जाने के बाद लोंग अपना घर, संपत्ति और धन सब से हाथ धो बैठते हैं जिसके कारण एक समय पर फलता फूलता परिवार रातो-रात बर्बादी के कगार पर पहुंच जाता है। पहले जुआ लोंग जंगलो में छुप-छुपकर खेला करते थे पर अब अधिक संसाधन और पकड़ मजबूती के कारण लोंग घरों में खुलेआम जुआ खेल रहे हैं वही चार दीवारी में खेले जा रहे खेल सार्वजानिक तौर पर उजागर नहीं होते जिसके कारण इनका सम्राज्य दिनों दिन बढ़ते जा रहा है। वही अब टेक्नोलोजी का भरपूर उपयोग करके ये शासन-प्रशासन को चकमा दे देते हैं,
जुआ के खेल में जो सजा का प्रावधान है अगर उसे बढ़ा दिया जाए तब जो जुआरी पकडे जाते हैं वह बड़े पौमने पर लोगों को बर्बाद नहीं कर पाएंगे।