जनपद पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में विकास को तरसता उनका बीडीसी क्षेत्र, अब लड़ रहे डीडीसी चुनाव…

धरमजयगढ़ जनपद अध्यक्ष होते हुए अगर अध्यक्ष का जनपद पंचायत क्षेत्र विकास को तरसता दिखाई पड़े तब आप किसी और पंचायत क्षेत्र से क्या ही कल्पना कर सकते हैं। क्युकी जनपद अध्यक्ष का दायित्व बहुत बड़ा दायित्व होता है वह पूरे ग्राम पंचायत में विकास के कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है। बड़ी ही आशा और उम्मीद के साथ बहुमत देकर प्रतिनिधि अध्यक्ष का चुनाव करते हैं अगर वही अध्यक्ष अपने क्षेत्र के विकास में योगदान ना दे पाए तब उनसे और क्या उम्मीद किया जा सकता है। अगर इनके कार्यक्षेत्र का भ्रमण किया जाए तब आप सभी पंचायतों में देख सकते हैं की सडक की इतनी दयनीय स्थिति है की मानो आप सडक की जगह किसी खेत में गाडी चला रहे हों। वही अगर क्षेत्र में तालाबों को देखा जाए तब कहने के लिए कोई शब्द ही नहीं होंगे। अगर ऐसे में जनता इन्हे डीडीसी चुनाव जितवाती है तब क्या डीडीसी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पंचयतों का विकास कर पाएंगे या सिर्फ अपना ही विकास कर पाएंगे। क्युकी बीडीसी में कुछ पंचायतों का विकास अगर नहीं हों पाया तब क्या डीडीसी में इतने अधिक पंचयतों का विकास कैसे हों पाएगा। यह जनता चुनाव में ही बताएगी की उन्हें पुनीत के कार्यप्रणाली को लेकर कितनी नाराज़गी है..?
अगले लेख में बताएँगे की सत्ता में रहने के बाद क्षेत्र का कितना विकास किए और अपना कितना विकास किए….. जानने के लिए बने रहे हमारे साथ…..