
धरमजयगढ़ में उरसुलाइन लाइन इंग्लिश मिडियम स्कूल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है जिसमें अब नया मोड़ सामने आ रहा है। दरअसल खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रचार्य को परीक्षा सम्बंधित एक पत्र लिखा है जिसमें देखना यह है की क्या शिक्षा अधिकारी की बातों पर स्कूल प्रचार्य ध्यान देती है या शिक्षा अधिकारी की बातों को अनदेखा किया जाता है। क्युकी खंड शिक्षा अधिकारी (ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर – BEO) का मुख्य कार्य अपने ब्लॉक स्तर पर शिक्षा का प्रशासन, निरीक्षण, मार्गदर्शन और नियंत्रण करना होता है। वे स्कूलों की देखरेख करते हैं, सरकारी योजनाओं को लागू करते हैं, शिक्षकों के प्रदर्शन की निगरानी करते हैं,और शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं वही किसी स्कूल प्रचार्य द्वारा उनकी बातों को इनकार कर देना शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर देगा की कही स्कूल के शिक्षा विभाग से अलग नियम कानून तो नहीं…?
अब देखना है की क्या 23 सितम्बर से होने वाले परीक्षा के लिए अन्य तिथी निर्धारित होंगी या 23 को ही परीक्षा होगा.. तब ऐसे में शिक्षा अधिकारी के अंतर्गत आने वाले स्कूल अगर उसी अधिकारी द्वारा जारी पत्र पर विचार नहीं करेंगे तब यह प्रश्न खड़ा होगा की आगे क्या विभाग की कोई बात मानेगा यह प्राइवेट स्कूल…? और प्राइवेट स्कूल के परीक्षा तिथी को बदलाव करवाने के लिए शिक्षा अधिकारी को ऐसा पत्र जारी करना पड़ रह की संभव हो तो परिवर्तन करें, क्या खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यक्षेत्र से स्कूल बाहर है या स्कूल खंड शिक्षा अधिकारी की बात नहीं मानता जो उन्हें निवेदन करना पड़ रहा है….?