आखिर कब कर सकेगी श्रीजी कंपनी पत्थलगांव-खरसिया सडक निर्माण कार्य पूर्ण, पीडब्लूड़ी विभाग क्यों नहीं करती कार्यवाही..?

पत्थलगांव से खरसिया तक सडक निर्माण का कार्य श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को मिला है जो अब तक कई साल बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य नहीं कर सकी है। वही श्रीजी कंपनी खुद काम ना करके निर्माण कार्य विनायक कंस्ट्रक्शन से करवा रही है जिसके कार्य की गति कछुए की तरह चल रही है। सरकार ज़ब किसी कार्य का टेंडर किसी कम्पनी को देती है तब उस कार्य को कितने समय में पूर्ण करना है इसका तय सीमा निर्धारित किया जाता है। तय सीमा का निर्धारण सारे आंकड़े को मिलाकर किया जाता है। परन्तु श्रीजी कंपनी को जो समय दिया गया था वह तो कबका समाप्त हो गया है जिसके बाद समय सीमा बढ़ाया तो गया पर अब तक के कम्पनी के कार्य को देखा जाए तब ऐसा लगता है कि कम्पनी अबतक आधे कार्य भी नहीं कर पाई है। एक तरफ कम्पनी कार्य कर रही वही घटिया मटेरियल के कारण हुए कार्य नष्ट हो जा रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तब टेंडर अवधि से अब तक जितने साल हुए है अगर उतने साल ही फिरसे कम्पनी को दिया जाए तब भी कार्य पूर्ण हो सकेगा या नहीं कुछ कहा नहीं जा सकता

*आखिर कब होंगी कम्पनी पर कार्यवाही*
घटिया निर्माण कार्य पर कुछ साल पहले कई अधिकारीयों पर कार्यवाही हुई थी पर कम्पनी जस के तस वही पड़ी है। अब तक कार्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में कम्पनी पर क्या कार्यवाही हुई समझ से परे हैं। ज़ब कम्पनी समय पर कार्य करने में सक्षम ही नहीं तब किस पैमाने को देखकर कार्य इन्हे सौंपा गया और अब ज़ब कार्य कछुए की गति से चल रहा तब पीडब्लूड़ी विभाग क्यों हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कार्य की स्थिती का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं की पत्थलगांव से धरमजयगढ़ तब बीच में कई किलोमीटर ख़राब सडक है, धरमजयगढ़ से हाटी तक कुछ किलोमीटर ही सडक निर्माण हुआ है,वही हाटी से खरसिया तक सडक की स्थिति बद से बत्तर है।
अब सवाल यह खड़ा होता है की आखिर और कितने साल श्रीजी कम्पनी को दिया जाए ताकि यह सडक निर्माण कार्य पूर्ण हो सके ..?