धरमजयगढ़ के नीचेपारा में आज शाम करीब 7 बजे भगवान विश्वकर्मा का विसर्जन बड़े ही धूम धाम से किया जा रहा था जिसमें सामने तो लोंक नृत्य कर रहें लोगों ने समा बांध रखा था पर इसके पीछे स्थिति डीजे की धुन पर जो कृत्य हो रहा था वह लोगों को शर्मशार कर रहा था। क्युकी डीजे के अश्लील गानों पर कई लोंग खूब नाच रहें थे। और ज़ब ऐसे गाने विसर्जन में बजाया जा रहा था तब किसी भी भक्त ने ऐसे गाने को रोकने का प्रयास शायद नहीं किया, अगर उस समय इसका विरोध किया होता तब शायद ऐसा कृत्य नहीं होता। उस समय धरमजयगढ़ के कई पूजाओं के समिति के लोंग भी कही दिखाई नहीं पड़ रहें थे ज़ब ऐसे धुन पर विसर्जन किया जा रहा था। पूरे देश में तरह तरह के भाषाओ मे भक्ति गानों की भरमार है पर कुछ घंटों में होने वाले विसर्जन में लोंग भक्ति गानों को छोड़ अश्लील गाने बजाने लगे जिससे अन्य लोगों के बीच यह कृत्य मज़ाक बनकर रह जाता है।
इसका उदाहरण आप इसी से लगा सकतें हैं की ज़ब रामनवमी की रैली होती हैं तब कई घंटों की रैली में सिर्फ भक्ति गाने ही बजते है तब कोई अन्य अश्लील गाना नहीं बजता, पर ज़ब विसर्जन का कार्यक्रम होता है तब मानों भक्ति गानों का अकाल पड़ जाता है। ऐसे में चाइए की पूजा समिति से जुड़े लोंग भक्तों की भावनाओं को देखकर ऐसे कृत्य करने वालों को रोके, और कड़े शब्दों में डीजे संचालकों को कह दे की किसी भी क़ीमत पर और किसी के भी कहने पर भक्ति कार्यक्रमों के अश्लील गाने ना बजाये अन्यथा डीजे संचालक पर कार्यवाही की जाएगी।
*ज़ब इस सम्बन्ध में डीजे संचालक के वर्करों में से पुछा गया तब उन्होंने बताया की कई लोंग आकर फरमाईस कर जा रहें, हम गाना बजाने आएं है उसके कहने पर नहीं बजायेंगे तो विवाद करेंगे।